Little Known Facts About baglamukhi sadhna.
Little Known Facts About baglamukhi sadhna.
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प्रस्तुत ‘श्रीबगला-मुखी-शत्रु-विनाशक-कवचम् की महिमा नाम से ही स्पष्ट है ।इस ‘कवच’ के ऋषि स्वयं भगवान् शिव हैं और इसके स्मरण-मात्र से शत्रु गण स्तम्भित हो जाते हैं। आन्तरिक शत्रुओं (काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहङ्कार आदि) के शमन हेतु यह ‘कवच’ विशेष रूप से उपयोगी है।
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तेन दीक्षेति हि् प्रोक्ता प्राप्ता चेत् सद्गुरोर्मुखात।।
स्तम्भनास्त्र-मयीं देवीं, दृढ-पीन-पयोधराम् । मदिरा-मद-संयुक्तां, वृहद्-भानु-मुखीं भजे ।।
In just about every particular person, exactly the same self-energy exists as that ability, which happens to be current in the body inside of a dormant condition on account of getting surrounded by worldly attachments, misdeeds and 5 restrictors.
नानाभरण-भूषाढ्यां, स्मरेऽहं बगला-मुखीम्।।
गम्भीरां कम्बु-कण्ठीं कठिन-कुच-युगां चारु-बिम्बाधरोष्ठीं।।
मंत्र ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्रीं ओम् स्वाहा
वाग् वै देवानां मनोता तस्यां हि तेषां मनांसि ओतानि
४५. ॐ ह्लीं श्रीं वं श्रीमङ्गलायै नमः-वामांसे (बाँएँ कन्धे में) ।
२. भू-भृत् baglamukhi sadhna -स्तम्भन-कारणं राजा (शासक) को नियन्त्रित करनेवाला। ३.
५. श्रीअचलायै नमः ‘पृथ्वी’ , ‘ब्रह्म-शक्ति’ को नमस्कार ।
श्रीबगला को त्रि-शक्ति-रूप में माना गया है-
ऋषि श्रीदुर्वासा द्वारा उपासिता श्रीबगला-मुखी